
कल जम्मू कश्मीर सरकार का निर्णय सुना.अब वैष्णो देवी और अमरनाथ जी की यात्रा पर जाने वालों को प्रवेश शुल्क देना पड़ेगा.मुझको समझ में नहीं आ रहा है की सरकारें ऐसा क्यूँ करती हैं?क्या हिंदुस्तान में एक हिन्दू होना अपराध हो गया है?मेरे प्यारे मैकाले के औलाद भाईओं बोर्ड लगा दो की यहाँ हिन्दुओं की जरुरत नहीं है.क्या हम आपको पागल लगते हैं? एक जगह आप हज पर दुसरे देश जाने वाले धर्म विशेष के लोगों पर छूट पर छूट दी जा रहे हो,दूसरी जगह उस देश में जहाँ की ८०%जनता हिन्दू है,अपने देश के अन्दर ही,प्रवेश शुल्क लगा रहे हो.इस तरह क्रमबद्ध हिन्दुओं को उखाड़ने की कोशिश क्यूँ कर रहे हो?औरंगजेब और बाबर की तरह सबकुछ नस्ट भ्रष्ट कर दो.हिंदुस्तान को इसाईस्तान या इस्लामिस्तान बना दो.आपकी धर्मनिरपेक्षता आपको मुबारक हो?
jaane kab jaagenge ham ...sabse badi baat kaise jaagenge ham
ReplyDeleteआठ प्रतिशत पर लाने की तैयारी है...
ReplyDeletesunder post
ReplyDeleteधर्मनिर्पेक्षता का मतलब है दिन्दूविरोध-देशविरोध
ReplyDeletethu hai aisi dharam-nirpekshta par.
ReplyDeleteकेरल में धर्मांतरण पर कर्ज माफ होता है. एक मूर्ख हिन्दु ही है जो विविध रूपों में आज भी जजीया भरता है.
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