
यह पुण्यभूमि भारत भूमि
सारी दुनिया से न्यारी है
जहाँ पुरुष सब धर्म रूप हैं
देवी हर एक नारी है
यही जनम लेकर गौतम ने
प्रेम पंथ सिखलाया था
सत्य,अहिंसा,पर सेवा का
सबको पथ पढाया था
यहीं से जन्मा आदि धर्म जो
हिन्दू धर्म है कहलाया
जीव मात्र से प्रेम करो तुम
जिसने सबको सिखलाया
जैन धर्म और सिक्ख धर्म की
जन्मभूमि यह धर्म भूमि है
नानक जैसे शत संतों की
भारत भूमि यह कर्म भूमि है
यही थे जन्मे वीर शिवाजी
जिसने सबको दिखा दिया था
हम लोगों में कितनी शक्ति
मुगलों को तो रुला दिया था
गाँधी,सुभाष,टैगोर,तिलक
सब इस भूमि के बेटे थे
इसकी छाती पर खेले थे,
इसकी छाती पर लेते थे
फिर हमने भी तो जन्म लिया है
ऐसी पावन धरती पर
तो ऐसा काम करें मिलकर
जिससे रोशन हो दुनिया भर.
-राहुल पंडित
bahut sundar..
ReplyDeletevande bharat matram
गाँधी जी का तीन बन्दर का सिद्धांत-एक नकारात्मक सिद्धांत http://iisanuii.blogspot.com/2010/06/blog-post_08.html
rush of adreline
ReplyDeleteजबरदस्त
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