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अगरहो प्यार के मौसम तो हमभी प्यार लिखेगें,खनकतीरेशमी पाजेबकी झंकारलिखेंगे

मगर जब खून से खेले मजहबीताकतें तब हम,पिलाकर लेखनीको खून हम अंगारलिखेगें

Tuesday, July 20, 2010

आस्था कुचलने की कोशिश:मथुरा,काशी और अयोध्या





आज मेरी बात एक नए मित्र से हुई..आप महाराष्ट्र से हैं.धीरज राणे साहब वैसे हमारे ऑरकुट के मित्र हैं.लेकिन शायद हमारी जिन्दगी का ध्येय एक ही है..इसलिए हमने अपने मोबाइल नंबर एक दूसरे को बताये.
बात का मुद्दा था..राम मंदिर.मैंने कहा राणे साहब राम मंदिर हमारे आस्था का प्रश्न है.और ये बनना भी चाहिए.धीरज जी ने कहा "पंडित जी,राम मंदिर केवल आस्था का प्रश्न नहीं है.ये हमारे जीवन मरण का सवाल है.सोचिए अगर राम मंदिर नहीं बनता है तो हम उन सैकणों कारसेवकों के के रक्त के रिणी ही रह जायेंगे जो मंदिर के लिए खुद का बलिदान कर दिए."
उनकी बात में सच्चाई भी है.मथुरा,काशी और अयोध्या हिन्दुओं के सबसे प्रमुख तीर्थों में से हैं.हमने मुसलमानों द्वारा तोड़े गए हजारों मंदिर की मांग नहीं की है.न हमने उनसे मक्का माँगा है.(ये दीगर बात है की मक्का भी एक हिन्दू तीर्थस्थल है).हम जानते हैं की मक्का मुसलमानों की आस्था की जगह हैं.ये कैसी विडम्बना है की जिस देश में ८०%हिन्दू निवासी है.जो आदि अनादी काल से उनकी जन्मभूमि है.उन्हें अपने ही देश में मुट्ठी भर बहार से आये हुए म्लेक्षों से अपने तीर्थस्थलों को मागना पड़ रहा है.

आज जब हम उनसे कोई मांग करते हैं तो वो हमसे सर्टिफिकेट मांगते हैं.मुसलमानों की श्रद्धा है की हज़रात मुहम्मद साहब पंख वाले घोड़े पर बैठ कर स्वर्ग गए और उसी घोड़े से धरती पर वापस आये.जहाँ घोडा उतरा,येरुशलम में वहां मुसलमानों ने अल अक्सा मस्जिद बनवा दी.ये १४०० साल पुरानी बात है.हमने कभी मुसलमानों से सर्टिफिकेट मांगे.नहीं,कभी नहीं. तब हमारे प्रभु राम तो १७ लाख साल पहले आये थे.तुम उनका सर्टिफिकेट कैसे मांग सकते हो.
और मै तो मानता हूँ की सर्टिफिकेट की जरुरत क्यूँ-
अयोध्या में बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि पर बनी है.
बनारास(काशी) में ज्ञानवापी मस्जिद बाबा विश्वनाथ के मंदिर में बनी है.
मथुरा की ईदगाह किसको नहीं पता.
इन जगहों को देखते ही पता चल जाता है की ये मंदिर हैं या मंदिर के ऊपर मस्जिद?
कहीं मस्जिद का नाम ज्ञानवापी नहीं होता.
राणे साहब ने जो कहा.उन बातों का मै पूरा समर्थन करता हूँ.
ये हमारे केवल आस्था के विषय नहीं हैं.ये हमारे जीवन मरण का प्रश्न है.तथाकथित धर्मनिरपेक्षवादी हमारे अस्तित्व को मिटने की कोशिश कर रहे है.
हम जीते जी ऐसा नहीं होने देंगे.
राम जन्म भूमि पर विशाल मंदिर बनेगा.
बाबा विश्वनाथ मंदिर का पुनरोद्धार होगा और ज्ञानवापी मस्जिद ......
श्री कृष्ण जन्मभूमि आतताइयों के आतंक से मुक्त होगी.

यही हमारे जीवन का लक्ष्य है.
यही हमारी साधना है.
वन्देमातरम

5 comments:

  1. बहुत देर बाद आपके ब्लॉग पर पहुँचा इसके लिये खेद व्यक्त करता हूं…
    राष्ट्रवाद के पथ पर बढ़ते चलें, यही कामना…
    आपके ब्लॉग की उत्तरोत्तर प्रगति के लिये शुभेच्छा…

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  2. राष्ट्रवाद के पथ पर बढ़ते चलें, यही कामना!!!!!!

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  3. "सौगंध राम की है ये हम कर दिखायेंगे. जब तक है तन में जान प्रभु के काम आएंगे. निज रामजन्मभूमि को पवन कराएँगे. अयोध्या में श्री राम का मंदिर बनायेंगे.

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  4. आप जैसे जवान ही चाहिये इस देश को
    जय श्रीराम !

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  5. Mere ko lagta hai ke sab ko aapko aage badhne neki bat karte hai , lekin koi support me nahi aata yahi to hindu ki kayrata hai ,

    Kyuki ab media , political person ( every party bjp ,congress etc... )bollywood me " BIG BOSS Jaise program & muslim ko accha insan dikhata uski vajah se hai love jihad ho raha hai , cid , policeman ,
    manav adhikar , securicam , aur forein country & his goverments , indian businessman , Multinational compony, wo sab milke humko barbad kar rahe hai ,

    abhi kuch karna padega varn bahut der ho jayegi,

    bharat mataki jay.

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