स्वागतम ! सोशल नेटवर्किंग का प्रयोग राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए करें.

Free HTML Codes

अगरहो प्यार के मौसम तो हमभी प्यार लिखेगें,खनकतीरेशमी पाजेबकी झंकारलिखेंगे

मगर जब खून से खेले मजहबीताकतें तब हम,पिलाकर लेखनीको खून हम अंगारलिखेगें

Tuesday, June 8, 2010

भारत भूमि


यह पुण्यभूमि भारत भूमि
सारी दुनिया से न्यारी है
जहाँ पुरुष सब धर्म रूप हैं
देवी हर एक नारी है
यही जनम लेकर गौतम ने
प्रेम पंथ सिखलाया था
सत्य,अहिंसा,पर सेवा का
सबको पथ पढाया था
यहीं से जन्मा आदि धर्म जो
हिन्दू धर्म है कहलाया
जीव मात्र से प्रेम करो तुम
जिसने सबको सिखलाया
जैन धर्म और सिक्ख धर्म की
जन्मभूमि यह धर्म भूमि है
नानक जैसे शत संतों की
भारत भूमि यह कर्म भूमि है
यही थे जन्मे वीर शिवाजी
जिसने सबको दिखा दिया था
हम लोगों में कितनी शक्ति
मुगलों को तो रुला दिया था
गाँधी,सुभाष,टैगोर,तिलक
सब इस भूमि के बेटे थे
इसकी छाती पर खेले थे,
इसकी छाती पर लेते थे
फिर हमने भी तो जन्म लिया है
ऐसी पावन धरती पर
तो ऐसा काम करें मिलकर
जिससे रोशन हो दुनिया भर.
-राहुल पंडित

3 comments:

  1. bahut sundar..

    vande bharat matram

    गाँधी जी का तीन बन्दर का सिद्धांत-एक नकारात्मक सिद्धांत http://iisanuii.blogspot.com/2010/06/blog-post_08.html

    ReplyDelete