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अगरहो प्यार के मौसम तो हमभी प्यार लिखेगें,खनकतीरेशमी पाजेबकी झंकारलिखेंगे

मगर जब खून से खेले मजहबीताकतें तब हम,पिलाकर लेखनीको खून हम अंगारलिखेगें

Wednesday, November 21, 2012

कसाब कों लटकाए जाने पर विभिन्न व्यक्तियों की प्रतिक्रिया!



सोनिया गाँधी- सुबुक......सुबु क.
(बेचारी का रोते रोते बुरा हाल है...कुछ बोल
नहीं पा रही है.)

अफजल- चु..ये कों कहा था मैंने,
ज्यादा बिरयानी, अखबार,
टीवी आदि की डिमांड कर के हाईलाइट मत
हो...मुझे देखो, मैं भी तो बरसो से चुपचाप
रोटिया तोड़ रहा हूँ...किसी का ध्यान
ही नहीं जाता है.

शिवसेना- ठाकरे साहब ने ऊपर भगवान कों कह
कर कसाब की मौत पर मुहर लगवा दी..यह
होता है Tiger.......... .!

खुर्शीद- हमे बड़ा अफ़सोस है...(अपने चमचे से-
इसकी बिरयानी का टेंडर भी हमारे पास
ही था ना..अब यह कमाई भी गयी हाथ से..:

ओवेसी- कसाब जैसे जाबांज कम ही पैदा होते
है...उनकी लाश कों हैदराबाद लाया जाये..हम
भाग्यलक्ष्मी मंदिर तोड़ कर उसकी जगह
उनकी मजार बनायेंगे..(इतना कह कर
उन्होंने पकिस्तान का झंडा लहरा दिया)

कपिल सिब्बल :- कसाब , भारतीय
नहीं था इसलिए उसके जाने से देश में
सेक्युलरों कि कुल संख्या पर कोई फर्क
नहीं पड़ा ... its zero loss

जयललिता :- खबरदार जो किसी ने कसाब
कि लाश को समंदर में फेंका .... हम
नहीं चाहते कि नीलम का कहर दुबारा हम पर टूटे

मायावती :- अगर देश कि दलित जनता एकजुट
नहीं होती तो कसाब
को इतनी जल्दी फांसी नहीं होती

दिग्विजय सिंह :- शहीद-ए-पाकिस्तान "कसाब
जी" एक युवा क्रन्तिकारी थे ......
उनकी क्रांति को हम आगे लेकर बढ़ें

केजरीवाल- असल में कसाब की मौत डेंगू से हुई है
और सरकार फांसी का नाम लगाकर
झूठी वाह-वाही बटोरना चाह रही है...इस बात पर
खुलासा २६ नवम्बर कों किया जायेगा

जावेद अख्तर- यह क्या जुल्म हो रहा है खुदा के
बन्दों पर...पहले इजराइल और अब
इंडिया भी!! (फिर उन्होंने थूकते हुए कोई शेर
बोला जो हमारी समझ में नहीं आया..)

शबाना आजमी- किसी मासूम कों यू
लटकाया जाना सरासर गलत है..हम मानवाधिकार
वाले इसके खिलाफ प्रदर्शन
करेंगे..(चलो इसी बहाने इन्हें कोई काम
तो मिला..)

जल्लाद-प्रभु, तुने मेरे पेशे कि लाज रख
ली....कब से मुफ्त की रोटियां तोड़
रहा था...आज जाकर कुछ मेहनत से
कमाया है..

KFC ने बिरयानी कों लेकर एक नयी फ़ूड चेन शुरू
की और कसाब के लिए बिरयानी बनाने
वाले कों उसका मुख्य
बावर्ची बनाया गया है..

नितीश कुमार- हम इस दुःख की वेला में कसाब के
परिवार वालों से मिलने फिर से पाकिस्तान
जायेंगे..

TIMES OF INDIA-सरकार के इस कदम से
हमारे सदभावना मिशन "अमन की आशा"
कों गहरा आघात पहुंचा है...

महेश भट्ट- (संपर्क नहीं हो पाया..शायद
पाकिस्तान गए है)
हमने लालू, ममता, आदि बाकी के
लोगो की भी प्रतिक्रियाएं जाने
की कोशिश की पर संपर्क
नहीं हो पाया....उनसे संपर्क होते
ही आपको उनकी प्रतिक्रियाओं से अवगत
कराया जाएगा...

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